कम्प्यूटर क्या है? Computer Kya Hai? :
कम्प्यूटर क्या है – जानिए विशेषताएं, परिभाषा, उपयोगिता व अन्य जानकारी What is Computer in Hindi
कंप्यूटर कंप्यूटर मानव द्वारा निर्मित एक इस प्रकार की इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जिसने हमारे जीवन में क्रांति लाती है. इसकी सहायता से हम न सिर्फ बड़ी से बड़ी कैलकुलेशन आसानी से कर सकते हैं बल्कि हम अपने डाटा को सुरक्षित भी रख सकते हैं. इसके अलावा कंप्यूटर हमें बहुत सारी सुविधाएं प्रदान करता है जैसे दस्तावेजों को लिखना, उन्हें एडिट करना, सुरक्षित करना, ऑडियो वीडियो प्ले करना, फोटोशॉप से फोटो बनाना आदि. शुरूआती समय में कंप्यूटर को मात्र ऑफिस में काम आने वाली एक डिवाइस माना जाता था. covid के बाद ऑनलाइन पढ़ाई की शुरुआत हो जाने से कंप्यूटर का शिक्षा के क्षेत्र में महत्व काफी बढ़ गया है. आज के समय में छात्र घर बैठे देश या विदेश के सुप्रसिद्ध अध्यापकों के शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं. इन्टरनेट के सूचना क्रांति के कारण देश में बहुत से लोग घर बैठे बैठे Work From Home से अपनी आजीविका चला रहे हैं. वे भारत में बैठे विदेश के अपने क्लाइंट का काम करते हैं और अच्छे पैसे कमाते है. कंप्यूटर के इस महत्व को जानने के बाद में चलिए हम जानते हैं कि कम्प्यूटर क्या है – जानिए विशेषताएं, परिभाषा, उपयोगिता व अन्य जानकारी What is Computer in Hindi
कंप्यूटर का अर्थ (computer meaning in hindi)
Computer शब्द के उत्पति लैटिन भाषा के शब्द computare से बना है एवं अंग्रेजी अर्थ compute होता है. compute का सरल अर्थ होता है calculate करना अर्थात गणना करना होता है।
Computer का full form –
कंप्यूटर के full form इसके उपयोग के अनुसार बनाई गयी है. जो कि निम्नलिखित है –
- C– Commonly सामान्यत:
- O– Operated संचालित
- M– Machine मशीन
- P– Particularly विशेष रूप से
- U– Used in उपयोग में ली जाती है
- T– Technical and प्रोद्यौगिकी और
- E– Educational शैक्षिक
- R– Research अनुसंधान
उपरोक्त फुल फॉर्म के अनुसार कंप्यूटर एक ऐसी मशीन है जो सामान्यतः टेक्निकल, एजुकेशनल और रिसर्च क्षेत्र में उपयोग में ली जाती है. वर्तमान समय में टेक्निकल एजुकेशनल रिसर्च चिकित्सा वैज्ञानिक फील्ड में कंप्यूटर के बिना किसी भी कार्य को कर पाना असंभव है. कंप्यूटर को हिंदी में संगणक या अभीकलक यंत्र कहते हैं।
कंप्यूटर की परिभाषा (definition of computer)
कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जो user के द्वारा दी गई command जिसको टेक्निकल भाषा में input कहा जाता है, को process करके output में बदलता है। सरल शब्दों में कहा जाए तो यदि आप कीबोर्ड पर किसी की key को प्रेस करते हैं तो उसे कमांड देना कहते है. आपके द्वारा दी गयी यह कमांड सीपीयू के प्रोसेसिंग सिस्टम में process होती है जो बाद में हमें मॉनिटर की स्क्रीन पर दिखाई देती है.
कम्प्यूटर क्या है – जानिए विशेषताएं, परिभाषा, उपयोगिता व अन्य जानकारी What is Computer in Hindi
कंप्यूटर के गुण व विशेषताएं (Characteristics or features of computer)
कंप्यूटर की परिभाषा के चलिए अब हम जानते हैं कि कंप्यूटर में और कौन कौन सी विशेषताएँ होती है जो इसे एक अदभुत डिवाइस बनाती है.
1. Speed
कंप्यूटर की विशेषताओं में सबसे ऊपर हम speed को रखेंगे क्यों कि भले ही इसे मानव ने बनाया है लेकिन speed के मामले यह मानव को कहीं पीछे छोड़ देता है. मात्र एक क्लिक के साथ यह लाखों करोड़ों गणनाओं के पलक झपकने से भी कम समय में हल कर देता है. इसी कारण आज के मानव का जीवन पुराने समय के मानव के बजाय काफी फ़ास्ट हो गया. जिस कार्य पुराने समय में करने में कई दिन का समय लगता था, कंप्यूटर के सहायता से उस काम को कुछ मिनटों में किया जा सकता है.
2. Accuracy
कंप्यूटर की अगली विशेषता है कार्य करने में इसकी सटीकता. कंप्यूटर द्वारा किये गये कार्य में न के बराबर गलती की गुंजायश होती है. आज के समय में पूरा का पूरा बैंकिंग सिस्टम कंप्यूटर के ऊपर टिका हुआ है. सारा लेनदेन, पैसों आहरण – वितरण, रिकॉर्ड मेंटेन करना, कंप्यूटर के माध्यम से ही किया जाता है. साथ ही शेयर मार्केट में शेयरों को खरीदना बेचना उनका रिकॉर्ड रखना, ब्रोकर कंपनी द्वारा निवेशकों के फंड को मैनेज करना आदि जटिल कार्य कंप्यूटर बहुत ही सटीकता के साथ करता है. किसी बड़ी कंपनी में कर्मचारियों की उपस्थिति का हिसाब रखना, माल के इंपोर्ट एक्सपोर्ट का हिसाब रखना, यह सभी जटिल कार्य कंप्यूटर बहुत ही सटीकता व speed के साथ किये जाते हैं.
3. Reliability
जैसा कि ऊपर बताया जा चुका है की कंप्यूटर स्पीड के साथ-साथ एक्यूरेसी अर्थात सटीकता के साथ कार्य करता है. इन्हीं सभी विशेषताओं के कारण यह एक विश्वसनीय डिवाइस बन चुकी है. कंप्यूटर द्वारा तैयार किए हुए रिजल्ट के ऊपर आसानी से विश्वास किया जा सकता है क्योंकि इसमें फीड किया हुआ डाटा कई वर्षों के बाद तक भी देखा जा सकता है . अगर कंप्यूटर के सिस्टम में कोई एरर भी आ जाता आता है तो कंप्यूटर का सिस्टम उसे स्वयं ही ढूंढ कर हमें बता देता है, जिसको कि सुधर जा सकता है. इन्हीं सब कारणों से वर्तमान समय में कंप्यूटर एक विश्वसनीय इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है
5. Super memory
कंप्यूटर की मेमोरी बहुत तेज होती है. सालों पहले किसी फोल्डर में रखी गई किसी फाइल को मात्र एक क्लिक के साथ में कंप्यूटर आपके सामने प्रस्तुत कर देता है। वर्तमान समय के कंप्यूटर में डाटा को सुरक्षित रखने की क्षमता बहुत ज्यादा है. यह लाखों करोड़ों फाइल्स को बिना उनको नुकसान पहुंचाए वर्षों तक संभाल कर रख सकता है व समय आने पर उन्हें हमारे सामने प्रेजेंट कर सकता है
कंप्यूटर के मुख्य अंश (parts of computer in hindi)
कंप्यूटर मात्र एक उपकरण का नाम नहीं है, बल्कि यह एक सिस्टम है, जो अलग-अलग उपकरणों से मिलकर बना होता है . इसीलिए हम इसे कंप्यूटर सिस्टम कहते हैं. इसके बहुत सारे भाग होते हैं और यह सभी भाग एक दूसरे के साथ मिलकर संचालित होते हैं व हमें मनवांछित परिणाम प्रदान करते हैं. तो चलिए हम जानते हैं कि कंप्यूटर के वह कौन-कौन से भाग हैं, जिनसे मिलकर एक कंप्यूटर सिस्टम बनता है.
Motherboard
Mother Board कंप्यूटर का मुख्य सर्किट बोर्ड जो एक पतली प्लेट के सामान होती है. मदर बोर्ड से कंप्यूटर के सारे सिस्टम connect होते हैं. कंप्यूटर के अलग अलग component जैसे कि Optical Drive, CPU, Hard Drive आदि पार्ट मदर बोर्ड से connect होते है. इसी के कारण कंप्यूटर आसानी से command ले पता है और उसे process करके एक्शन ले पता है. इसी की सहायता से processer कार्य करता है और हार्ड ड्राइव डाटा को स्टोर कर पाता है.
CPU
CPU का पूरा नाम “Central Processing Unit” है. यह किसी भी कंप्यूटर सिस्टम का मुख्य हिस्सा होता है। CPU का मुख्य काम डेटा को प्रोसेस करना होता है और सिस्टम की सभी कार्यों को निर्देशित करना होता है।जब आप किसी कार्य को कंप्यूटर पर करते हैं, तो उस कार्य की प्रक्रिया को CPU द्वारा नियंत्रित किया जाता है। यह प्रक्रिया तात्कालिक कार्यों से लेकर, सिस्टम के सभी कार्यों को संचालित करने में सहायक होती है। CPU को इसलिए “सेंट्रल” कहा जाता है क्योंकि यह सिस्टम के मध्य में स्थित होता है और उसे कंट्रोल करता है।
CPU का सामान्यत: यह दो मुख्य भागों में विभाजित होता है – ALU (Arithmetic Logic Unit) और CU (Control Unit)। ALU गणना और तार्किक ऑपरेशन्स के लिए जिम्मेदार होता है, जबकि CU सिस्टम को कैसे चलाना है उसे नियंत्रित करता है।
सामान्यत: कंप्यूटर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है, और सिस्टम के सभी अन्य हिस्सों के साथ मिलकर एक पूर्ण कंप्यूटर सिस्टम को बनाता है।
RAM
RAM का मतलब “Random Access Memory” होता है, और यह कंप्यूटर की प्राथमिक मेमोरी होती है. RAM अस्थायी रूप से डेटा और प्रोग्राम्स को संग्रहित करती है जिन्हें कंप्यूटर विभिन्न कार्यों के दौरान त्वरितता से एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुँचाने की जरूरत होती है। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण प्रकार की जानकारी है जो रैम के बारे में है:
(i) त्वरितता (Speed): चूँकि यह कंप्यूटर की अथाई मेमोरी होती है इसलिए यह तेज होती अर्थात कंप्यूटर को तेजी से डेटा तक पहुंचाने में सहायक होती है। यह इसलिए होता है क्योंकि RAM इलेक्ट्रॉनिक रूप से डेटा तक पहुँचती है जिससे प्रक्रिया काफी तेज गति से होती है।
(ii) अस्थायी स्थान: रैम (RAM) का उपयोग अस्थायी स्थान के रूप में होता है, इसका मतलब है कि जब कंप्यूटर को बंद करते हैं, तो रैम में सभी डेटा और प्रोग्राम्स डिलीट हो जाते हैं।
(iii) प्राथमिक मेमोरी: RAM को प्राथमिक मेमोरी भी कहा जाता है क्योंकि इसमें कंप्यूटर के सारे प्रमुख कार्यों के लिए जरूरी डेटा और प्रोग्राम्स संग्रहित होते हैं।
(IV) रैंडम एक्सेस: RAM डेटा को किसी भी स्थान से तब्दील करने में तेजी से सक्षम है, इसलिए इसे “रैंडम एक्सेस” कहा जाता है। यह किसी भी भूगर्भीय या अनुसंधान तकनीक में उपयोग ली जाती है क्योंकि इस प्रकार के अनुसंधानों में तेज गति से प्रक्रिया की आवश्यकता होती है.
कुल मिलाकर, रैम कंप्यूटर प्रणाली के लिए एक महत्वपूर्ण तत्व है जो स्थायी स्थान की मेमोरी से अलग होता है और तेजी से डेटा तक पहुँचने में सहायक होता है।
Hard drive
हार्ड ड्राइव (Hard Drive) एक प्रकार का स्थायी डेटा संग्रहण साधन होता है जो कंप्यूटर में जानकारी और डेटा को संग्रहित करने में मदद करता है। हार्ड ड्राइव को अक्सर “HDD” (Hard Disk Drive) भी कहा जाता है। इसमें विभिन्न रूपों में डेटा, फाइलें, ऑपरेटिंग सिस्टम, और अन्य सॉफ़्टवेयर संग्रहित होता है।
यहाँ कुछ महत्वपूर्ण बिंदु हैं जो हार्ड ड्राइव के बारे में हैं:
- डेटा संग्रहण: हार्ड ड्राइव का प्रमुख कार्य है डेटा संग्रहण करना। यहां विभिन्न प्रकार की फाइलें, डॉक्यूमेंट्स, मल्टीमीडिया कंटेंट, और अन्य प्रकार की जानकारी संग्रहित हो सकती है।
- स्थायी स्थान: हार्ड ड्राइव स्थायी संग्रहण साधन होता है, जिससे इसमें संग्रहित जानकारी को बंद किए जाने के बाद भी सुरक्षित रूप से रखा जा सकता है।
- मैकेनिकल और एलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स: हार्ड ड्राइव में मैकेनिकल कंपोनेंट्स शामिल होते हैं, जैसे कि एक तेज़ घुमती हुई प्लैट और एक मैगनेटिक रीड/राइट हेड। इनके साथ ही, इसमें इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स भी होते हैं जो डेटा को पढ़ने और लिखने में मदद करते हैं।
- ऑपरेटिंग सिस्टम और सॉफ़्टवेयर संग्रहण: हार्ड ड्राइव पर ऑपरेटिंग सिस्टम और सॉफ़्टवेयर भी संग्रहित होते हैं, जिससे कंप्यूटर बूट होता है और विभिन्न कार्यों को संचालित करता है।
आधुनिक कंप्यूटरों में, सॉलिड स्टेट ड्राइव (Solid State Drive – SSD) भी प्रचलित हैं, जो की हार्ड डिस्क ड्राइव की तुलना में तेजी और ऊर्जा की दृष्टि से श्रेष्ठ होते हैं।
Computer system in hindi
कंप्यूटर सिस्टम में कंप्यूटर की प्रणाली को दो भागों में विभाजित किया गया है–
Computer Hardware
कंप्यूटर में हार्डवेयर उन सभी फिजिकल घड़ियाँ और उपकरणों को कहा जाता है जो सुचारू रूप से छूने जा सकते हैं और जो कंप्यूटर को उपयोग करने के लिए आवश्यक होते हैं। हार्डवेयर कंप्यूटर के सभी भागों को शामिल करता है, जिनमें प्रोसेसिंग इकाइयाँ, मेमोरी, स्टोरेज, इनपुट डिवाइसेस, आउटपुट डिवाइसेस, और नेटवर्क इंटरफेस शामिल हो सकते हैं। यहां कुछ महत्वपूर्ण हार्डवेयर के उदाहरण हैं:
(i) Central Processing Unit (CPU): यह कंप्यूटर का “मस्तिष्क” है जो आपके सभी कार्यों का निर्देशन करता है और उन्हें प्रोसेस करता है।
(ii) Random Access Memory (RAM): यह कंप्यूटर की प्राथमिक मेमोरी है जो तात्कालिक कार्यों के लिए डेटा और प्रोग्राम्स को संग्रहित करती है।
(iii) Hard Disk Drive (HDD) या Solid State Drive (SSD): इनमें से कोई एक स्थायी स्टोरेज उपकरण है, जो डेटा, फाइलें, और सॉफ़्टवेयर को संग्रहित करता है।
(iv) Motherboard: यह सभी हार्डवेयर को एक साथ आपस में कनेक्ट करने वाला प्लेट है जिसमें CPU, RAM, और अन्य कंप्यूटर कंपोनेंट्स स्थित होते हैं।
(v) Graphics Processing Unit (GPU): यह गेमिंग, मल्टीमीडिया, और ग्राफिक्स कार्यों को संचालित करने के लिए जिम्मेदार होता है।
(vi) Input Devices: उदाहरण के लिए, कीबोर्ड, माउस, टचपैड, और डिजिटाइजर।
(vii) Output Devices: उदाहरण के लिए, मॉनिटर, प्रिंटर, और स्पीकर्स।
(viii) Network Interface Card (NIC): यह नेटवर्क से कनेक्ट होने के लिए जिम्मेदार होता है।
(ix) Power Supply Unit (PSU): यह कंप्यूटर को ऊर्जा प्रदान करता है ताकि वह चल सके।
(x) Cooling System: यह CPU और अन्य हॉट कंपोनेंट्स को ठंडा रखने के लिए जिम्मेदार होता है, जैसे कि फैन और हीट सिंक।
इन हार्डवेयर कंपोनेंट्स का संयोजन, कंप्यूटर को विभिन्न कार्यों के लिए समर्थ बनाता है और उपयोगकर्ता को एक संग्रहण और प्रोसेसिंग प्लेटफ़ॉर्म प्रदान करता है।
Computer software
कंप्यूटर में सॉफ़्टवेयर उन सभी प्रोग्राम्स, एप्लिकेशन्स, और इन्फ़र्मेशन को कहा जाता है जो हार्डवेयर के साथ मिलकर कंप्यूटर को उपयोगकर्ता की आवश्यकताओं के अनुसार संचालित करने में मदद करता है। सॉफ़्टवेयर को दो विभागों में विभाजित किया जा सकता है – सिस्टम सॉफ़्टवेयर और एप्लिकेशन सॉफ़्टवेयर।
(i) सिस्टम सॉफ़्टवेयर (System Software): यह सॉफ़्टवेयर कंप्यूटर के स्थिर संचालन के लिए आवश्यक है और इसके सभी हार्डवेयर कंपोनेंट्स को संचालित करने में मदद करता है। कुछ मुख्य सिस्टम सॉफ़्टवेयर विकल्प शामिल हैं:
(ii) ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating System – OS): यह कंप्यूटर को चालने और उपयोग करने में मदद करता है, जैसे कि Windows, macOS, Linux, आदि।
(iii) ड्राइवर्स (Drivers): हार्डवेयर कंपोनेंट्स को ऑपरेटिंग सिस्टम से जोड़ने और उन्हें संचालित करने के लिए आवश्यक हैं।
(iv) उपयोगकर्ता इंटरफेस (User Interface): इसमें ग्राफिकल या कमांड लाइन जैसे तरीकों से उपयोगकर्ताओं को कंप्यूटर से जुड़ने का तरीका शामिल है।
(v) एप्लिकेशन सॉफ़्टवेयर (Application Software): यह सॉफ़्टवेयर उपयोगकर्ताओं को विशिष्ट कार्यों के लिए डिज़ाइन किया गया है और उन्हें विभिन्न कार्यों को संपन्न करने में मदद करता है। कुछ उदाहरण शामिल हैं:
(vi) ऑफिस सॉफ़्टवेयर: जैसे कि Microsoft Word, Excel, PowerPoint आदि, जो कागजात बनाने, संपादित करने, और प्रस्तुत करने के लिए उपयोग होते हैं।
(vii) गेमिंग सॉफ़्टवेयर: जैसे कि Fortnite, PUBG, आदि, जो खेलने के लिए बनाए गए हैं।
(viii) ग्राफिक्स संपादन सॉफ़्टवेयर: जैसे कि Adobe Photoshop जो छवियों को संपादित करने के लिए है।
सॉफ़्टवेयर उपयोगकर्ता को अपने कंप्यूटर को विभिन्न कार्यों में उपयोग करने की सुविधा प्रदान करता है और उसकी आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद करता है।
इन सभी जानकारियों में हमने जाना कि कंप्यूटर सॉफ्टवेयर व हार्डवेयर दोनों ही कंप्यूटर के सही तरह से फंक्शन करने के लिए बेहद जरूरी है। और आगे अन्य महत्वपूर्ण जानकारी पाने के लिए इस आर्टिकल को अंत तक अवश्य पढ़ें।
Computer का उपयोग
हमें कंप्यूटर के जनक Charles Babbage का धन्यवाद करना चाहिए जिनकी वजह से आज हम सब कंप्यूटर का इस्तेमाल कर पा रहे हैं। क्योंकि इन्होंने ही एनालिटिकल इंजन का आविष्कार किया जो आगे जाकर कंप्यूटर में परिवर्तित हुआ जिसकी सहायता से आज हमारे सारे कार्य आसानी से हो रहे हैं।
कंप्यूटर का उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में किया जाता है और इसने जीवन के विभिन्न पहलुओं में क्रांति ला दी है। यहां कुछ मुख्य क्षेत्रों में कंप्यूटर का उपयोग है:
(i) शिक्षा: कंप्यूटर शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण साधन है। शिक्षा के क्षेत्र में ऑनलाइन पठन, विद्यार्थी प्रबंधन, और शिक्षा साझा करने के लिए कंप्यूटर उपयोग होता है।
(ii) व्यावसायिक कार्य: कंप्यूटर व्यावसायिक क्षेत्र में बहुत सी सुविधाएं प्रदान करता है, जैसे कि ऑफिस सॉफ़्टवेयर, बुककीपिंग सॉफ़्टवेयर, और विभिन्न व्यापार एप्लिकेशन्स।
(iii) सुरक्षा: कंप्यूटर सुरक्षा क्षेत्र में इसका उपयोग सुरक्षा सॉफ़्टवेयर, फ़ायरवॉल, और अन्य सुरक्षा उपायों में किया जाता है ताकि अनधिकृत पहुंच से सुरक्षित रहा जा सके।
(iv) मनोरंजन: कंप्यूटर विभिन्न मनोरंजन कार्यों में उपयोग होता है, जैसे कि गेमिंग, मल्टीमीडिया संग्रहण, और इंटरनेट ब्राउज़िंग।
(v) वैज्ञानिक अनुसंधान: कंप्यूटर वैज्ञानिक अनुसंधान में विभिन्न गणना और मॉडलिंग तकनीकों का उपयोग करता है, जो नए अनुसंधान क्षेत्रों को खोजने और समझने में मदद करता है।
(vi) स्वास्थ्य सेवाएं: कंप्यूटर का उपयोग मेडिकल स्थितियों के डेटा संग्रहण, रोगों की निगरानी, और उपयोगकर्ताओं की स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने में किया जा सकता है।
(vii) संचार और नेटवर्किंग: कंप्यूटर नेटवर्किंग के माध्यम से लोगों को आपस में जोड़ने में मदद करता है, और इंटरनेट के माध्यम से विश्वभर में जानकारी को साझा करने का एक माध्यम प्रदान करता है।
(viii) विज्ञान और अंतरिक्ष अनुसंधान: कंप्यूटर का उपयोग विज्ञान और अंतरिक्ष अनुसंधान में विभिन्न गणना कार्यों, मॉडलिंग और डेटा विश्लेषण में किया जाता है।
कंप्यूटर का उपयोग आजकल आपके दिनचर्या के कई पहलुओं में हो रहा है और यह तकनीकी प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
Personal Computer किसे कहते हैं ?
“Personal Computer” एक व्यक्तिगत उपयोग के लिए डिज़ाइन किए गए कंप्यूटर को कहते हैं। इसे “PC” के रूप में भी जाना जाता है। यह एक ऐसा कंप्यूटर है जो एक व्यक्ति या एक परिवार के उपयोग के लिए होता है, और इसे आमतौर पर घर या कार्यालय में इस्तेमाल किया जाता है।
Personal Computer के एक्सम्पल्स में डेस्कटॉप कंप्यूटर्स, लैपटॉप्स, टैबलेट्स, और हैंडहेल्ड डिवाइसेस शामिल हो सकते हैं। इनमें से हर एक कंप्यूटर व्यक्तिगत उपयोग के लिए होता है और उपयोगकर्ता को विभिन्न कार्यों को करने के लिए अनुमति देता है, जैसे कि ऑफिस कार्य, गेमिंग, मल्टीमीडिया संग्रहण, इंटरनेट ब्राउज़िंग, और अन्य एप्लिकेशन्स का उपयोग करने के लिए।
PC कंप्यूटर्स व्यक्तिगत उपयोगकर्ताओं को अपनी आवश्यकताओं के हिसाब से कंप्यूटिंग और डिजिटल टास्क्स को संपन्न करने का एक निजी और सुविधाजनक तरीका प्रदान करते हैं।
Computer के प्रकार (Types of Computer)
कंप्यूटर विभिन्न प्रकारों में आता है, जो विभिन्न कार्यों और उपयोगों के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। यहां कुछ मुख्य कंप्यूटर के प्रकार हैं:
(i) सुपरकंप्यूटर (Supercomputer): ये सबसे ताकतवर और गतिशील कंप्यूटर होते हैं। इन्हें अत्यंत बड़े और जटिल गणना कार्यों के लिए डिज़ाइन किया जाता है, जैसे कि वायुमंडल, मौसम पूर्वानुमान, और अत्यंत बड़े डेटा सेट्स का विश्लेषण।
(ii) मेनफ़्रेम कंप्यूटर (Mainframe Computer): ये बड़े और शक्तिशाली कंप्यूटर होते हैं जो विभाजन और उच्च स्तरीय संगठनों के लिए उपयोग होते हैं। इन्हें विभिन्न संगठनों में बड़े डेटा प्रोसेसिंग के लिए डिज़ाइन किया जाता है।
(iii) माइक्रोकंप्यूटर (Microcomputer): इन्हें आमतौर पर “पर्सनल कंप्यूटर” भी कहा जाता है, और ये घरों, कार्यालयों, और छोटे व्यावासायिक स्थानों के लिए डिज़ाइन किए जाते हैं। लैपटॉप्स, डेस्कटॉप्स, टैबलेट्स, और स्मार्टफोन्स इस प्रकार के कंप्यूटर का उदाहरण हैं।
(iv) मिनीकंप्यूटर (Minicomputer): ये माइक्रोकंप्यूटर और मेनफ़्रेम कंप्यूटर के बीच के होते हैं, और इन्हें विशेष उपयोगों के लिए डिज़ाइन किया जाता है, जैसे कि सार्वजनिक लाइब्रेरी और शिक्षा संस्थानों में।
(v) पॉर्टेबल कंप्यूटर (Portable Computer): इनमें लैपटॉप्स और टैबलेट्स शामिल हो सकते हैं, जो उपयोगकर्ता को यात्रा करते समय अपने कंप्यूटर को साथ में लेने की सुविधा प्रदान करते हैं।
(vi) इम्बेडेड सिस्टम (Embedded System): इन्हें अन्य डिवाइस्स या सिस्टम्स में सुचारू रूप से संग्रहित किया जाता है, जैसे कि गाड़ियों, मोबाइल फोन्स, और होम एप्लायंसेस। इन्हें विशिष्ट कार्यों के लिए डिज़ाइन किया जाता है और वे सामान्यत: एक फ़ंक्शन को संपन्न करने में मदद करते हैं।
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FAQs (Frequently asked questions)
Q. 1 कंप्यूटर का आविष्कार कब हुआ था?
Ans: पहले डिजिटल कंप्यूटर का आविष्कार ब्लेज पास्कल द्वारा 1642 ई.में किया गया।
Q. 2. Computer में क्या क्या आता है?
Ans: कंप्यूटर सिस्टम के दो मुख्य भाग होते हैं – हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर । हार्डवेयर में कंप्यूटरों के वे समस्त भाग शामिल हैं, जो हमें दिखाई देते हैं अथवा जिन्हें हम छू सकते हैं, जैसे- माउस, कुँजीपटल, इलैक्ट्रॉनिक और इलैक्ट्रिक सर्किट, मॉनिटर इत्यादि ।
Q. 3. कंप्यूटर का पहला नाम कौन है?
Ans: ENIAC (/ˈɛniæk/; इलेक्ट्रॉनिक न्यूमेरिकल इंटीग्रेटर एंड कंप्यूटर) पहला प्रोग्रामेबल, इलेक्ट्रॉनिक, सामान्य प्रयोजन वाला डिजिटल कंप्यूटर था, जो 1945 में पूरा हुआ।
Q. 4. पहला कंप्यूटर कब बना था तथा उसे किसने बनाया था ?
Ans: दुनिया का सबसे पहला सांख्यिकी या डिजिटल कंप्यूटर अमेरिका की पेन्सिलवेनिया यूनिवर्सिटी में सन् 1946 में बनाया गया था। इसे Electronic Numerical Indicator and Calculator (ENIAC) का नाम दिया गया।
Q. 5. भारत में कंप्यूटर कब आए थे?
Ans: ब्रिटिश निर्मित HEC 2M कंप्यूटर, जो भारत का पहला डिजिटल कंप्यूटर था, इसे 1955 के दौरान भारतीय सांख्यिकी संस्थान, कोलकाता में आयात और स्थापित किया गया था। इससे पहले ही इस संस्थान ने 1953 में एक छोटा एनालॉग कंप्यूटर विकसित किया था, जो तकनीकी रूप से भारत का पहला कंप्यूटर कहलाता है।
Q. 6. कीबोर्ड के बटन कितने होते हैं?
Ans: अलग अलग keyboards में बटनों अर्थात keys की संख्या अलग अलग होती है. स्टैंडर्ड कीबोर्ड यानी घर और ऑफिस में यूज होने वाले कीबोर्ड में 104 बटन होते हैं। कुछ साल पहले तक स्टैंडर्ड कीबोर्ड में 84 बटन ही होते थे। Gaming Keyboard, Programming Keyboard, Media Keyboard में 110 – 115 के बीच की संख्या में बटन होते हैं।
Q. 7. दुनिया का सबसे तेज कंप्यूटर कौन सा है?
Ans: दुनिया का सबसे तेज सुपर कंप्यूटर Frontier है, जो अमेरिका के पास है. ये कंप्यूटर अमेरिका की ओकरिज नेशनल लैब में रखा है. ये सुपर कंप्यूटर 1.1 क्विंटिलियन प्रति सेकंड की स्पीड से कार्य करता है.